Dowry system ( Hindi)
इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में चल रही इन कुरीतियों को समाप्त करने व हम सब मिलकर दहेज़ प्रथा को कैसे रोकें इस पर जोर दिया गया है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में चल रही इन कुरीतियों को समाप्त करने व हम सब मिलकर दहेज़ प्रथा को कैसे रोकें इस पर जोर दिया गया है।
A creative short drama where the atmospheric gases meet to disucss their conditions and their problems that is created due to pollution.
लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण पर्यावरण में मौजूद गैसों जैसे आक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन आदि का संतुलन बिगड़ रहा है। आक्सीजन जो एक जीवनदायिनी गैस कहलाती है, हानिकारक एवम दूषित गैसों से आज इसका स्तर गिर रहा है।इसी समस्या को मद्देनज़र रखते हुए चंदेरी के लोगों ने एक नाटक के माध्यम से विभिन्न गैसों के किरदार निभाकर पर्यावरण में गैसों के अस्तित्व पर मंडराते खतरे से लोगों को अवगत कराने की कोशिश की है।
आज के दौर में ज़माना तेजी से बदल रहा है। लेकिन समाज में अभी भी कई हिस्से हैं, जहाँ पर बेटा-बेटी में भेदभाव देखने को मिलता है। बेटा जहाँ कुल-दीपक और माता-पिता का वारिस समझा जाता है, वहीँ बेटी को बोझ और पराया धन समझा जाता है। उसकी उन्नति की तरफ़ कोई विशेष ध्यान नही दिया जाता है।
हमारे देश मे अनेको ऐसी परिस्थितियो मे आकर कई रिशते टूट जाते है चाहे उनमे कितनी कावलियत हो अनेको हादसे इस शव्द के पिछे होते है। सुनदरता इसके पिछे कई लडकियो को कई कठिनाइयो से गुजरना पडता है, तो हमने उसे अपने कार्यक्रम मे नाटक के माध्यम से वताया है।
हमारा देश कितनी विमारियो से घिरा हुआ है । यह विमारियां हमारे समाज के विकास मे वाध्क है यह विमारियां कहां से उत्पन्न होती है । जैसे टीवी कैसर हृदयरोग जैसी विमारिया है यह कहां से पैदा होती है । इन सभी विमारियो का एक कारण है वो है सिग्रेट यानि धुम्रपान। हमने इसे नाटक के माध्यम से वताया है।
कार्यक्रम में भारतीय सविंधान द्वारा दिए गए अधिकारों में सबसे महत्व पूर्ण अधिकार पर प्रकाश डाला गया है।
एक लघु नाटिका के माध्यम से यह बताया गया है कि अभी भी लोग मताधिकार का प्रयोग नहीं करते हैं। वे सोचते हैं कि उनके एक वोट डालने से कुछ नहीं होगा, लेकिन पढ़े लिखे लोगों के सही परामर्श से उन्हें मतदान के अधिकार के बारे में पता चलता है।
कार्यक्रम के माध्यम से यह बताया गया है कि दुनिया में लोगों को जन्म से से ही अधिकार प्राप्त हो जाते है, जो मानव अधिकार कहलातें हैं। ये अधिकार सभी के सुख हितों और चैन के लिए होते है। यह कार्यक्रम एक नाटिका प्रधान कार्यक्रम है। जिसमे भारतीय संविधान में मौजूद अधिकारों के बारे में प्रकाश डाला गया है। जो नाटक के रूप में संदेशयुक्त कार्यक्रम है।
आज जहां देखो आपको आपका पर्यावरण जो है वह प्रदूषित मिलेगा क्योकि जब हम मकान के लिए या अन्य काम के लिए लकड़ी का प्रयोग करते हैं तो अवश्यकता अनुसार प्रयोग नहीं करते हैं उससे ज्यादा पेड़ो को काट देते है जिससे पेड़ खत्म हो जाते है जिसके कारण हमें अच्छी आकसीजन भी नहीं मिल पाती है इस विषय के ऊपर हम आपको एक लघु नाटिका के माध्यम से बताया है ।
हमारे समाज में कितनी बुराइयां है उन बुराइयों को मनुष्य ही जन्म देता है वह इन बुराइयों को खत्म करने की बजाय उन्हे बढाता हीं जाता है तो हमने इन बुराइयों को एक नाटक के माध्यम से बताया है की किस प्रकार यह बुराइयां जन्म लेती है.
नमक हम हमेशा खाने पीने के लिए ही प्रयोग में लाते हैं। हमने अपने कार्यक्रम में नमक की क्या अहमियत है हमारे जीवन में उसके ऊपर हमने एक चर्चा (ड्रामा) के माध्यम से इसको बताया गया है कि नमक सिर्फ खाने के लिए ही नहीं ब्लकि उसे इलाज के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
786 Programme(s)
A radio drama is also known as a radio play. Radio plays are similar to any other play with an important difference being that it does not have such defining components of a stage play like curtain, set or live actors. However, a radio programme is characterized by three components